Ayodhya में Deepotsav पर 25 लाख दीयों की जगमगाहट, बना नया रिकॉर्ड!

अयोध्या, दीपोत्सव 2024: भगवान राम की नगरी अयोध्या ने इस साल दीपोत्सव पर नया इतिहास रच दिया। 25 लाख से अधिक दीयों की रोशनी से सरयू के घाट झिलमिला उठे, एक अद्भुत नज़ारा प्रस्तुत करते हुए। इस महाआयोजन ने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

हर साल की तरह, इस बार भी लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने इस दृश्य का आनंद लिया, जब हजारों स्वयंसेवकों ने घाटों पर दीप जलाकर पूरी अयोध्या को रोशन कर दिया। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इस आयोजन को भव्यता प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिससे अयोध्या एक बार फिर दुनिया के नक्शे पर चमक उठी।

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ayodhya deepotsav 2024

दीपोत्सव के प्रमुख आकर्षण:

  • नए रिकॉर्ड की स्थापना: हर साल दीपों की संख्या बढ़ाकर नया रिकॉर्ड बनाने की परंपरा कायम है, जिससे अयोध्या में यह उत्सव अब और भी भव्य होता जा रहा है।
  • श्रद्धालुओं की भारी भीड़: आयोजन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और भगवान राम के जन्मस्थान पर दीयों की जगमगाहट का अद्भुत दृश्य देखा।

दीपोत्सव 2024 का यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी अयोध्या के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुआ है।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस बार का भव्य दीपोत्सव इतिहास में दर्ज हो गया, जहां एक साथ 25 लाख से अधिक मिट्टी के दीये जलाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड कायम किया गया। सरयू नदी के तट पर लगभग 28 लाख दीयों का प्रबंध किया गया था, जिसमें से 25,12,585 दीयों ने एक अद्वितीय स्वर्णिम प्रकाश फैलाते हुए दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अद्भुत नज़ारे को “अकल्पनीय और अद्वितीय” बताया। उन्होंने कहा, “अयोध्या के लोगों को इस दिव्य दीपोत्सव की ढेरों बधाई! रामलला के पावन जन्मस्थान में लाखों दीयों से जगमगाता यह ज्योतिपर्व हर भारतीय को नई ऊर्जा और उत्साह से भर देगा।”

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दीपोत्सव के इस आयोजन में छह देशों—म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया, और इंडोनेशिया—के कलाकारों ने अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया। इसके अलावा, उत्तराखंड से रामलीला का मंचन भी हुआ, जो दर्शकों के लिए खास आकर्षण था।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उत्सव की शुरुआत एक भव्य आरती से की और रामायण के कलाकारों के साथ रथ खींचा। इस बार दीपोत्सव के लिए सकेत महाविद्यालय द्वारा 18 मनमोहक झांकियां तैयार की गईं, जिसमें 11 सूचना विभाग और 7 पर्यटन विभाग ने बनाई थीं। इन झांकियों में तुलसीदास के रामचरितमानस के बालकांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, सुंदरकांड और उत्तरकांड जैसे महाकाव्य के विभिन्न दृश्य चित्रित किए गए।

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अयोध्या का यह दीपोत्सव न केवल धार्मिक आस्था, बल्कि परंपरा और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी है, जिसने देशभर में हर्ष और उत्साह का संचार किया है।

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